सुकमा में शांतिपूर्ण चुनाव कराने सुरक्षाबलों की 50 कंपनियां होंगी तैनात
रायपुर। देश के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिलों में शामिल सुकमा में शांतिपूर्ण चुनाव कराने को लेकर प्रशासन ने रणनीति तैयार कर ली है। बता दें कि यहां 90 प्रतिशत मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील इलाके में हैं। जिसके कारण पिछले ढाई दशक से यहां शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है।
चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद से ही पुलिस एक्शन मोड पर आ गई है। सीआरपीएफ, जिला बल और डीआरजी की संयुक्त टीमें नक्सलियों के ठिकानों पर दस्तक दे रही हैं। जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है।
विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न करने के लिए 50 से ज्यादा कंपनियों की मांग की गई है। जिसमें करीब 5 हजार से ज्यादा जवानों की तैनाती जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में की जाएगी।
पहले चरण में 7 नवंबर को बस्तर के 12 सीटों पर चुनाव होंगे। दक्षिण बस्तर के सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान माओवादियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के साथ फायरिंग और मत पेटियों को लूटने जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।