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Chhattisgarh : मैं अपना अवॉर्ड लौटा दूंगा… पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद्र माझी का ऐलान

Chhattisgarh : अनामिका विश्वास । नारायणपुर : नक्सलियों से मिल रही लगातार धमकियां के बाद पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद्र माझी ने सम्मान लौटाने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि छोटे डोंगर थाना क्षेत्र अंतर्गत नक्सलियों के द्वारा पद्मश्री हेमचंद्र माझी पर निको माइंस में दलाली करने का आरोप लगाकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। इसके साथ ही नक्सलियों ने नारायणपुर में दो मोबाइल टावर पर आग लगाने के बाद इलाके में पर्चे फेंके हैं। जानकारी के मुताबिक पद्मश्री हेमचंद्र माझी नक्सलियों के डर के वजह से पिछले 6 माह से गांव छोड़कर शहर में रह रहे हैं। नक्सलियों से जान के खतरे को देखते हुए सुरक्षा मांगी थी, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने वैद्यराज को जिला मुख्यालय स्थित सेफ हाउस में सुरक्षा दी है।‌

बता दे कि पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद्र माझी ने लोगों का इलाज भी बंद करने की बात कही है।‌ उन्होंने कहा है कि बार-बार नक्सली पर्चा फेंककर धमकी दे रहे हैं। उन्हें यह बेज्जती जैसा लग रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोग खुद कमाकर खाने वाले लोग हैं। वर्तमान में हमारे यहां 20 से 22 लोग काम करते हैं। हमारी सुरक्षा के लिए प्रशासन ने तीन-चार गार्ड‌ दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे छोटे डोंगर के मकान को बना दें और वहां मुझे सुरक्षा दे दे मैं वही जाकर रहूंगा।

इसके साथ ही माझी ने कहा कि सरकार अगर कुछ नहीं करेगी तो मैं सम्मान रख कर क्या करूंगा, मैं उसे वापस कर दूंगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से जन सेवा की है और मैं करता रहूंगा। मेरे द्वारा किसी का एक पैसा भी नहीं खाया गया है जो भी गरीब लोग मेरे पास आते हैं मैं उन्हें जड़ी बूटी देता हूं और अगर इस तरह से चला रहा तो मैं अब उसे भी देना छोड़ दूंगा।

पद्मश्री वैद्यराज मांझी को Y कैटेगरी की सुरक्षा

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा हेमचंद मांझी को वाय श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। इस संबंध में गृह विभाग मंत्रालय महानदी भवन से आदेश जारी किए जा चुके हैं। गौरतलब है कि राज्य शासन द्वारा प्रोटेक्शन रिव्यू गुप की बैठक में हेमचंद मांझी (नारायणपुर) को सुरक्षा श्रेणी प्रदान किए जाने की अनुशंसा और प्रदेश में वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को दृष्टिगत रखते हुए, यह आदेश जारी किया गया है।

मालूम हो कि Y श्रेणी में 8 कर्मियों की सुरक्षा होती है, जिसमें 1 या 2 सीआरपीएफ या सीआईएसएफ कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं। वहीँ, Y+ श्रेणी में 11 कर्मियों की सुरक्षा होती है, जिसमें 2-4 सीआरपीएफ या सीआईएसएफ कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं।

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