माड़ क्षेत्र के अन्दरूनी थाना/कैम्पों में महिलाओं एवं स्कूली बच्चियों के द्वारा बड़ी हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया रक्षा बंधन का त्यौहार।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) एवं अति. पुलिस अधीक्षक श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) के नेतृत्व में नारायणपुर पुलिस के द्वारा सशक्त नक्सल मुक्त बस्तर की कल्पना को साकार रूप देने हेतु लगातार क्षेत्र में सघन नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाव ’’ अभियान संचालित किया जा रहा
है। वही दूसरी ओर क्षेत्र में समय-समय पर सामुदायिक पुलिसिंग के अन्तर्गत कार्यक्रम आयोजित होने सुरक्षा बलों और ग्रामीणों के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित हुआ है जिससे ग्रामीणों और पुलिस के बीच विश्वास बढ़ी है।
इसी कड़ी में शासन/प्रशासन की मंशानुसार दिनांक 19.08.2024 को ‘‘रक्षा बंधन’’ पावन अवसर पर जिला नारायणपुर के माड़ क्षेत्र के थाना कोहकामेटा, सोनपुर, ओरछा, धनोरा, छोटेडोंगर, कुकड़ाझोर, कुरूषनार, बेनूर, एड़का, भरण्डा, धौड़ाई, झाराघाटी, फरसगांव, नारायणपुर एवं कैम्प- ईरकभट्ठी, मोंहदी, ढोढरीबेड़ा कस्तुरमेटा, मसपुर, बासिंग, अमदईघाटी, कन्हारगांव, कड़ेनार, कड़मेटा, मुंजमेटा, नेलवाड़ आकाबेड़ा, भाटपाल, अंजरेल, खोड़गांव में तैनात जिला पुलिस बल एवं सुरक्षा बलों के कलाई सुनी न रह जाये एवं क्षेत्र के लोगों में सिविल पुलिस और सुरक्षा बलों के बीच आपसी समन्वय बना रहे इस आशय से सुरक्षा शिविर में आसपास क्षेत्र के
महिलाएं (महतारी वंदन योजना के लाभार्थी) एवं स्कूली बच्चियों के द्वारा थाना/कैम्पों के सुरक्षा शिविर में निर्भीक व निर्बाध रूप से पहंुचकर जिला पुलिस बल एवं सुरक्षा कर्मियों के कलाई में सद्भावना पूर्वक राखी (रक्षा सुत्र) बांधी गई है और भाई-बहन की इस पवित्र ‘‘रक्षा बंधन’’ त्यौहार को बड़ी हर्षाेल्लास के साथ क्षेत्र के महिलाओं के द्वारा जिला पुलिस बल एवं सुरक्षा बलों के साथ मिलकर मनाया गया।
क्षेत्र के महिलाओं/स्कूली बच्चियों की व्यक्त भावनाएंः- महिलाओं ने सुरक्षा बलों के कलाई में राखी बांध कर अपनी सुरक्षा के साथ ही साथ माड़ क्षेत्र में ग्रामीणों के भी रक्षा करने की एवं नक्सल मुक्त बस्तर कल्पना को साकार रूप देने की बात कही गई। माड़ क्षेत्र के इरकभट्ठी, मसपुर, मोंहदी, कस्तुरमेटा, ढोढरीबेड़ा, आकाबेड़ा, आदि जगहों पर नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है और आसपास के क्षेत्र में सड़क, पानी, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तार होने की बात कही गई है। क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी अभियान संचालित होने से माओवादियों के भय कम हुआ है और उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगा है, जिससे क्षेत्र में अमन और शांति का माहौल बना हुआ है।
क्षेत्र के शहीदों के बहनों की व्यक्त भावनाएंः- क्षेत्र में संचालित नक्सल विरोधी अभियान में माओवादियों से अंतिम श्वास तक लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए शहीद जवानों के प्रतिमाओं की कलाई सुनी न रहे जाये इस आशय से उनके बहनों के द्वारा सद्भावनापूर्वक शहीदों के प्रतिमाओं की कलाई में राखी बांधी गई है। शहीदों के बहनों के द्वारा अपने शहीद भाई को याद करते हुए वे जिस भी लोक में है वहा सुरक्षित रहे और कभी भी उनका पुनर्जन्म हो तो वह पुनः देश की एकता, अखण्डता व सुरक्षा के लिये बहादूरी से लडे़ तथा क्षेत्र के जवानों से नक्सल मुक्त बस्तर की कल्पना को साकार रूप देते हुए क्षेत्र में अमन और शांति लाने की बाते कही गई ।