छत्तीसगढ़ में मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 95 लाख 54 हजार 9 , इस वर्ष 33 जिलों की बनाई गई मतदाता सूची
प्रदेश में फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है। इसमें विशेष बात यह है कि विशेष पिछड़ी जनजाति के सभी पात्र लोगों का वोटरलिस्ट में नाम जोड़ा गया है। सीईओ रीना बाबा साहब कंगाले ने बताया कि कलेक्टरों ने इसके प्रमाणपत्र पेश किए हैं। प्रदेश में विशेष पिछड़ी जनजातियों के 18 लाख 6 हजार 198 लोग रहते हैं।
18 जिलों में पांच विशेष पिछड़ी जनजाति कमार, बिहोर, पहाड़ी कोरवा, बैगा, अबुझमाडिय़ा रहती है। इनमें 18 प्लस के 11,5070 व्यक्ति हैं। इनमें से 10 लाख 7 हजार 558 वोटरलिस्ट में पंजीकृत हैं। सघन अभियान में इन जनजातियों के 5726 नए वोटर जुड़े हैं। इस तरह इन विशेष पिछड़ी जनजातियों के 11 लाख 3 हजार 284 वोटर दर्ज हैं। यह इनकी जनसंख्या का 60.84 प्रतिशत है।
प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 95 लाख 54 हजार 9 हो गई है। प्रदेश में 99.84 प्रतिशत वोटरों के फोटो परिचय पत्र बने हैं। नक्सल प्रभावित इलाकों में दंतेवाड़ा, बीजापुर व सुकमा जिलों में फोटो परिचय पत्र वालों का प्रतिशत नहीं है। प्रदेश में 18859 मतदान केंद्र लोकेशन हैं। प्रदेश में सर्विस वोटर की संख्या 19849 है। 17 प्लस आयु के युवाओं का वोटरलिस्ट में पंजीयन कराने स्कूल कॉलेजों में स्पेशल कैंप लगाए। 1 अप्रैल, 1 जुलाई, 1 अक्टूबर को 18 साल पूरे करने वाले युवाओं के 77 हजार 52 फार्म मिले हैं। ये हर तीसरे महीने वोटर लिस्ट में जुड़ते जाएंगे। दिव्यांग मतदाता 14 लाख 6 हजार 981 भी वोटर लिस्ट में पंजीकृत हुए हैं।
नई मतदाता सूची के अनुसार रायपुर जिले में सबसे अधिक 17 लाख 84 हजार 799 वोटर हैं। जबकि सबसे कम वोटर नारायणपुर जिले में 83 हजार 189 हैं। दिलचस्प है कि बस्तर जिले में महिलाएं 294068 पुरुषों 274119 मतदाताओं से ज्यादा हैं। चुनाव आयोग ने पांच नए जिलों की भी मतदाता सूची बनवाई।
बालोद, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जशपुर, कोंडागांव,महासमुंद, मोहला – मानपुर -चौकी, नारायणपुर,रायगढ़,राजनांदगांव, सुकमा, सरगुजा, व कांकेर जिले में भी महिला वोटर पुरुषों की तुलना में अधिक हैं।
रायपुर जिले में सबसे अधिक पुरुष वोटर भी 9 लाख 684 और महिला वोटर 8 लाख 83 हजार 825 हैं। इस बार चुनाव आयोग के नक्शों पर नए जिले भी आए हैं। पिछले साल 28 जिलों की वोटर लिस्ट बनी थी। इस साल पांच नए जिलों सारंगढ़- बिलाईगढ़, मोहला -मानपुर – चौकी, मनेंद्रगढ़ – चिरमिरी – भरतपुर, खैरागढ़ – छुईखदान – गंडई और सक्ती की अलग वोटर लिस्ट बनी है। यानी कुल 33 जिलों की मतदाता सूची बनाई गई है। मालूम हो कि सक्ती काफी पहले से ही शैक्षणिक जिले के रूप में अस्तित्व में था, लेकिन राजस्व जिले के रूप में पिछले महीनों ही उभरा है।
प्रदेश में 811 थर्ड जेंडर वोटर हैं। इनमें सबसे अधिक 290 रायपुर व सबसे कम सुकमा व खैरागढ़ जिले में 2-2 हैं। दंतेवाड़ा और नारायणपुर में एक भी थर्ड जेंडर वोटर नहीं है। दुर्ग में 65, कोरबा में 45, बस्तर में 36, जशपुर में 33, महासमुंद में 26, रायगढ़ में 25, जांजगीर 19, बालोद व बलौदाबाजार में 13-13, सारंगढ व कांकेर में 12-12, धमतरी व सरगुजा में 11-11, मनेंद्रगढ़ व सूरजपुर में 9-9, बलरामपुर व बीजापुर में 8-8, कोंडागांव में 7, बेमेतरा व गरियाबंद में 6-6, जीपीएम व कबीरधाम में 5-5, सक्ती में 4 और मोहला -मानपुर में इस वर्ग के 3 वोटर हैं।
🆅🅸🅳🅴🅾- राज्यपाल को अपने पद के अधिकार व कर्तव्य का रखना चाहिए विशेष ध्यान – सीएम बघेल