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विंग कमांडर व्योमिका सिंह की जाति को लेकर अब क्यों मचा बवाल… अखिलेश यादव के चाचा रामगोपाल ने क्या कह दिया

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के दौरान जब ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा हो रही थी, तभी एक नाम बार-बार सामने आया विंग कमांडर व्योमिका सिंह. लखनऊ की इस बेटी ने अपनी साहसी उड़ानों और निर्णायक नेतृत्व से आतंक के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया को एक नई पहचान दी. व्योमिका सिंह न सिर्फ देश की पहली महिला हेलीकॉप्टर पायलटों में शामिल हैं, बल्कि भारतीय वायुसेना में 2500+ घंटे की उड़ान भरने वाली गिनी-चुनी महिला अफसरों में से एक हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव रामगोपाल यादव ‘आपरेशन सिंदूर’ के तहत की गयी कार्रवाई की प्रेस को जानकारी देने के बाद से चर्चा में आयीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर ‘जातिसूचक’ टिप्पणी करके विवादों में आ गए.

रामगोपाल यादव ने क्या कहा
रामगोपाल यादव ने कहा, ”मैं आपको बता दूं व्योमिका सिंह हरियाणा की जाटव हैं और एयर मार्शल भारती पूर्णिया के यादव हैं. तीनों पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग से थे. एक को मुसलमान समझ कर गाली दी. एक को राजपूत समझकर कुछ नहीं किया और भारती के बारे में जानकारी नहीं थी और जब पेपर में आ गया तो यह सोचने को विवश है कि अब क्या करें”.

कौन है व्योमिका सिंह
व्योमिका सिंह उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली हैं, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की. बाद में उन्होंने इंजीनियरिंग में स्नातक किया और स्कूली दिनों में ही NCC कैडेट के रूप में सैन्य अनुशासन की नींव रख दी. उनकी शादी हरियाणा के भिवानी जिले के बापोड़ा गांव में हुई, जिसे फौजियों का गांव कहा जाता है. यह वही गांव है, जहां से पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह जैसे कई जांबाज निकले हैं. उनके पति विंग कमांडर दिनेश सिंह सभ्रवाल भी भारतीय वायुसेना में कार्यरत हैं.

सैन्य करियर उड़ानों की कहानी
व्योमिका सिंह ने वर्ष 2004 में वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया. वे भारतीय वायुसेना की शुरुआती महिला हेलीकॉप्टर पायलटों में से हैं. उन्होंने चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों की कमान संभाली और 2500 से अधिक घंटे उड़ान भर चुकी हैं. उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ उनके कौशल का प्रमाण है बल्कि भारत में महिलाओं की भागीदारी की सशक्त तस्वीर भी प्रस्तुत करती है.

ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सैन्य इतिहास में वह नाम बन गया है, जिसने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर भारत की सैन्य ताकत का परिचय दुनिया को दिया. इस ऑपरेशन में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने न केवल हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन को कमांड किया बल्कि जटिल परिस्थितियों में निर्णय लेकर मिशन को सफल बनाया. उनकी तेज निर्णय क्षमता और नेतृत्व कौशल की पूरे देश में सराहना हो रही है. महिला अधिकारियों की सैन्य क्षमताओं को लेकर जो पूर्वाग्रह होते हैं, व्योमिका ने उन्हें अपनी कर्तव्यपरायणता से तोड़ा है.

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