दिल्ली: डिजिटल ठगी में 80 वर्षीय व्यक्ति के 42.49 लाख रुपये गंवाए, तीन गिरफ्तार

दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक बड़े डिजिटल गिरफ्तारी घोटाले का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक 80 वर्षीय सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी ने अपनी जीवनभर की 42.49 लाख रुपये की बचत गंवा दी। आरोपी महेंद्र कुमार वैष्णव (37), विशाल कुमार (25) और श्याम दास (25) राजस्थान के निवासी हैं। उनके बैंक खाते कथित साइबर अपराध गिरोह को उपलब्ध कराए गए थे।
पुलिस के अनुसार, गिरोह के सदस्य प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बनकर संभावित पीड़ितों से संपर्क करते थे और उन पर अवैध वित्तीय गतिविधियों में शामिल होने का झूठा आरोप लगाते थे। पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) आदित्य गौतम ने बताया कि इसी तरह का एक पीड़ित फर्जी आरोपों में फंस गया और अंततः 42.49 लाख रुपये की ठगी हुई।
जाँच में पुलिस ने आठ बैंक खातों का पता लगाया, जो मनी लॉन्ड्रिंग प्रक्रिया के पहले चरण में शामिल थे। अधिकांश राशि महेंद्र कुमार वैष्णव के खाते में ट्रांसफर हुई। आरोपी और उनके सह-आरोपी अपने बैंक खाते सिंडिकेट को बेचते या किराए पर देते थे। प्रत्येक खाते के लिए उन्हें लगभग 10,000 रुपये मासिक भुगतान किया जाता था।
तीनों ने अपने चेक बुक, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग क्रेडेंशियल सिंडिकेट को सौंप दिए, जिससे गिरोह भारत में विभिन्न स्थानों पर धनराशि स्थानांतरित कर सके। पुलिस ने कहा कि रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की पहचान के लिए जांच अभी जारी है।