Bihar Elections 2025: पप्पू यादव का बाढ़ पीड़ितों में आर्थिक मदद, आचार संहिता पर सवाल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा होते ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। इसके बावजूद पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने बाढ़ पीड़ितों के बीच आर्थिक मदद पहुंचाकर राजनीतिक हलचल मचा दी है। गुरुवार, 9 अक्टूबर को पप्पू यादव वैशाली जिले के सहदोई थाना क्षेत्र के गणियारी गांव पहुंचे और कटाव से प्रभावित लगभग 80 परिवारों के बीच करीब पांच लाख रुपये बांटे।
पप्पू यादव पहले भी बाढ़ पीड़ितों की मदद करते रहे हैं, यही कारण है कि उनका जनाधार काफी मजबूत माना जाता है। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस से टिकट न मिलने के बावजूद उन्होंने निर्दलीय चुनाव जीतकर अपनी पहचान बनाई। हालांकि इस बार वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन खुद को कांग्रेस का सिपाही बताते हैं। ऐसे में आचार संहिता लागू होने के बीच उनका यह कदम कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के लिए राजनीतिक चुनौती बन सकता है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पप्पू यादव की सक्रियता नई नहीं है। समय-समय पर वे पीड़ितों तक राहत सामग्री और आर्थिक सहयोग पहुंचाते रहे हैं। लेकिन चुनावी आचार संहिता लागू होने के कारण उनके इस कदम पर निर्वाचन आयोग की निगाह पड़ सकती है।
आचार संहिता का उद्देश्य चुनावों को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बनाना है। इसके तहत सत्ताधारी दल सरकारी संसाधनों का चुनावी उपयोग नहीं कर सकता, नई योजनाओं या शिलान्यास की घोषणा पर रोक होती है, और उम्मीदवारों को तय खर्च सीमा का पालन करना आवश्यक होता है। नियमों का उल्लंघन मतदाता को प्रभावित कर सकता है और उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द होने तक का कारण बन सकता है।