तेज प्रताप के खिलाफ राबड़ी देवी का बड़ा कदम, जानिए क्या है पूरा मामला और क्यों हो रहा है बवाल – क्लिक करके पढ़ें पूरी खबर

Rabri Devi on Tej Pratap: पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप कुछ दिनों पहले ही घर और पार्टी से निकाले जा चुके हैं, इसके बाद उन्होंने एक नई पार्टी (जनशक्ति जनता दल) बनाई. अब वह अपने पार्टी के सिंबल पर चुनावी मैदान में हैं. खास बात यह है कि इन दिनों तेज प्रताप की माता पूर्व मुख्यमंत्री रावड़ी देवी भी चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र भ्रमण कर रही हैं. जब उनसे मीडियाकर्मियों ने तेज प्रताप को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मन से तो बेटा ही है.
हालांकि चुनावी सरगर्मियों के बीच काफी समय से यह परिवार एक-दूसरे को लेकर टिप्पणिया करने से बच रहे थे. लेकिन इसी बीच रबड़ी देवी ने सार्वजनिक रूप से मीडिया बातचीत में बताया कि दिल में है कि तेज प्रताप चुनाव जीते लेकिन मैं प्रचार के लिए नहीं जाऊंगी. तेज प्रताप पर हमारा आशीर्वाद हमेशा रहेगा, कुछ राजनीतिक मजबूरियां जरूर हैं लेकिन पारिवारिक रिश्ता कभी नहीं टूटता.
तेज प्रताप को बिहार में काम करने का पूरा हक
उन्होंने आगे कहा कि मन तो बेटा है लेकिन पार्टी से और घर से निकाला है. वो भी अच्छा कर रहा है, अपने पैरों पर खड़ा है और उसे बिहार में काम करने का पूरा हक है. इस दौरान उन्होंने तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच हो रहे मतभेद को लेकर भी बातचीत की. कहा कि परिवार में कभी-कुछ हो सकता है लेकिन भाई-बहन तो एक ही हैं. इतना ही नहीं उन्होंने अंत में कहा कि जिनका घर नहीं है, वो ही दूसरों के घर पर लड़ाई लगाते हैं. अब इस बयान को लेकर लोग तरह-तरह के मायने निकाल रहे हैं.
14 अक्टूबर को जनता जवाब देगी
बिहार के मोकामा में हुए दुलारचंद हत्याकांड को लेकर भी उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ता के संरक्षण में घूम रहे लोग मर्डर कर रहे हैं. आज ये स्थिति है कि खिलाफ खड़ा होने वाले को कुचल दिया जा रहा है. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि पांच किलो राशन के बहकावे में आने से बचें. एनडीए ने 20 सालों में क्या किया?, तेजस्वी ने जो रोजगार दिया, जनता उसका जवाब 14 अक्टूबर को देगी.






