मध्य प्रदेश के 55 जिले: भूगोल, जनसंख्या और सीमाओं की पूरी जानकारी

भारत के केंद्र में स्थित मध्य प्रदेश अपनी भौगोलिक विविधता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। मध्य प्रदेश के 55 जिले मिलकर देश के कुल क्षेत्रफल का लगभग 9.38% हिस्सा कवर करते हैं, जो इसे भारत के बड़े राज्यों की सूची में शामिल करता है। प्रत्येक जिले की अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान है, जो प्रदेश को एक विशेष स्थान दिलाती है।
2011 की जनगणना के अनुसार, मध्य प्रदेश की कुल आबादी लगभग 8.95 करोड़ है। यह देश की कुल जनसंख्या का लगभग 6.2% हिस्सा है, जो इसे भारत का पांचवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य बनाता है। जनसंख्या के साथ-साथ यहां की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता इसे और भी खास बनाती है।
भौगोलिक रूप से मध्य प्रदेश पांच राज्यों से घिरा हुआ है—उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान। यह केंद्र भारत में होने के कारण देश के उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो यह क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है, जिसकी सीमा मध्य प्रदेश से कई जिलों पर लगती है। उत्तर प्रदेश की ओर से मध्य प्रदेश से सटे जिलों में आगरा, इटावा, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर और सोनभद्र प्रमुख हैं। इन सीमावर्ती जिलों के कारण दोनों राज्यों के बीच सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संपर्क बेहद मजबूत है।
कुल मिलाकर, मध्य प्रदेश के 55 जिले अपनी भौगोलिक स्थिति, जनसंख्या और सांस्कृतिक विविधता के कारण देश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह राज्य न केवल भारत के मानचित्र का केंद्र है, बल्कि विकास और पहचान के मामले में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।






