गुजरात में नहीं चला ओवसी का जादू, चारो खाने चित्त, बीजेपी को हुआ फायदा
गुजरात विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM हार पर ओवैसी ने बयान दिया है. ओवैसी ने हार पर कहा कि उनके हौसले पस्त नहीं हुए है. वह आगे पूरी मेहनत करेंगे. ओवैसी ने कहा, ‘‘गुजरात में हम पहली बार विधानसभा चुनाव में लड़ें. हमने 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे. हमको कामयाबी नहीं मिली इसके बावजूद हमारे हार नहीं मानी है. मैं तमाम वोटरों का धन्यवाद करता हूं. हम बैठेंगे और बात करेंगे इससे कमजोरियों को दूर करेंगे. जनवरी में दोबारा गुजरात जाऊंगा और पार्टी को कैसे मजबूत करना है इसको लेकर चर्चा करूंगा.”
असदुद्दीन ओवैसी की अगुआई वाली ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने गुजरात विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यकों के वोट में भारी सेंध लगाई है. राज्य की विभिन्न सीट पर कांग्रेस के मतों के अंतर को काफी कम कर दिया. गुजरात में 2002 के गोधरा दंगों के बाद से मुस्लिम पिछले कई सालों से कांग्रेस के वफादार मतदाता रहे हैं. इस गुजरात विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोट कांग्रेस पार्टी से टूटकर AIMIM के खाते में गए
बीजेपी के लिए हिंदू वोट महत्वपूर्ण
राज्य में विधानसभा चुनाव के मतदान एक और पांच दिसंबर को हुए थे और चुनाव परिणाम आठ दिसंबर को आए. कांग्रेस पार्टी के मुताबिक बीजेपी ने 2022 के दंगों के बाद ज्यादतर हिंदुओं को एकजुट कर उन के वोटों पर ध्यान दिया है.
आप ने कांग्रेस के बड़े वोट बैक को काटा
वहीं कांग्रेस पार्टी के लिए कभी राज्य में जीत का फॉर्मूला रहे एचएएम (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम) के वोट को सुरक्षित करने में लगी रही. वहीं आम आदमी पार्टी ने चुनाव में एंट्री कर कांग्रेस के बड़े वोट बैक को उस से अलग कर दिया. जिससे चुनाव में बीजेपी को इस का फायदा मिला. बीजेपी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा था.