दुर्ग पुलिस के खिलाफ अपरहरण के केस में FIR दर्ज. जानिए क्या है मामला
रायपुर। दुर्ग पुलिस ने शनिवार रात सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित एलिस्टोनिया अपार्टमेंट सोसाइटी से 9 युवकों को गिरफ्तार कर आनलाइन सट्टे का कारोबार करने का दावा किया था। मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई थी। गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस ने दुर्ग पुलिस के पुलिस कर्मियों के खिलाफ गाड़ी नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है।
मामले में पुलिस कर्मियों पर अपहरण की धारा के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। दुर्ग पुलिस ने नौ आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 15 मोबाइल 3 लैपटॉप और करोड़ों के सट्टे के हिसाब किताब का रजिस्टर बरामद किया था। आज इस संबंध में दुर्ग पुलिस ने वहां पर प्रेस वार्ता की है।
जिस सोसाइटी से आरोपित युवकों को दुर्ग पुलिस ने पकड़ा है उस सोसाइटी के सुरक्षा गार्ड की तहरीर पर सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत को छुपाने के लिए दुर्ग पुलिस पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है। पकड़े गए सभी आरोपित ऑनलाइन सट्टे से जुड़े हुए हैं।
ग्रेटर नोयडा पुलिस को दी जाएगी पूरी जानकारी
मामले में दुर्ग एसपी डा. अभिषेक पल्लव ने कहा कि हमारे जिले के आरोपित वहां पर जाकर महादेव बुक से आनलाइन सट्टा खिला रहे थे। इसकी सूचना पर टीम ने वहां जाकर आरोपितों को गिरफ्तार किया। मुझे भी जानकारी मिली है कि ग्रेटर नोयडा में दुर्ग पुलिस के खिलाफ अपहरण की एफआइआर हुई है। ग्रेटर नोयडा पुलिस जब यहां जांच के लिए आएगी, तब उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी।