बजट सत्र : विधायक ने कहा ‘मछली पालन कैसे होता है यह मेरे समझ से परे’, डॉ महंत ने बताया ‘गड्ढा खोदकर मछली पालन होता होगा’
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा की कि गौठानो में अंण्डो की पैदावार में कमी हो गई है। उन्होंने बताया की गोदरेज का जो फीड (दाना) दिया जाता था उससे प्रोडक्शन अच्छा होता है। सदन में विपक्ष अपने तीखे सवालों से सत्तादल के मंत्रियों को घेरने में जुटी हुई हैं। ऐसे में दोनों ही पक्षों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिल रही हैं। लेकिन इससे अलग कभी-कभी सदन में ऐसा वाकया भी सामने आ जाता हैं जब सदस्य अपनी हंसी नहीं रोक पाते। आज भी सदन में एक ऐसा ही नजारा देखा गया जब विपक्षी सदस्य से एक सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने बड़ी सादगी से जवाब देते हुए उन्हें समझाया। इस बातचीत से दोनों ही तरफ के मेंबर अपनी हंसी नहीं रोक पाएं।
देखे सदन की कार्रवाई
दरअसल यह वक्त था जब विपक्ष कृषि मंत्री से गौठानों में मछली पालन से जुड़ा सवाल पूछ रहे थे। इसी बीच जनता कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह मंत्री के जवाब से असहमत नजर आएं और कहा की ‘गौठानो में मछली पालन कैसे होता है यह मेरे समझ से परे है”
धर्मजीत के इसी बात पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा की ‘मेरे खयाल से गड्ढा खोदकर मछली पालन होता होगा’। विस अध्यक्ष की इसी बात से सदन का माहौल हल्का हो गया और फिर से नए सिरे से सवाल शुरू हुए। हालांकि डॉ महंत के इस कथन के तुरंत बाद कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने अपना जवाब सामने रखा।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा की कि गौठानो में अंण्डो की पैदावार में कमी हो गई है। उन्होंने बताया की गोदरेज का जो फीड (दाना) दिया जाता था उससे प्रोडक्शन अच्छा होता है। अभी जो गौठानो फीड दिया जाता है उससे उत्पादन में कमी आई है। विभाग के मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा इसकी जांच करा लेंगे। कौन से अफसर आपके साथ गए थे उनसे जानकारी लेकर बताएँगे।