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VIDEO -नक्सली हमलें को लेकर पीएम मोदी, अमित शाह सीएम बघेल ने जताया दुख, दो नक्सली पकड़े गए

दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में अरनपुर और समेली के बीच हुआ। बताया जा रहा है कि, यहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई। इसी दौरान नक्सलियों ने वाहन पर बम भी फेंका। IG सुंदरराज पी ने कहा- मौके पर सीनियर ऑफिसर्स भेजे गए हैं। इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन जारी है।
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PM-HM और CM ने दुख जताया: बघेल बोले- नक्सलियों को बख्शेंगे नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हम हमले में शहीद हुए बहादुर जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमले पर दुख जताया है। कहा- शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। नक्सलियों को बख्शा नहीं जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हर संभव सहायता देने की बात कही है।

ये जवान हुए शहीद
नक्सली हमले में शहीद होने वालों में प्रधान आरक्षक जोगा सोढ़ी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, नव आरक्षक जोगा कवासी, नव आरक्षक हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोड़ियाम जगदीश कवासी और गाड़ी के ड्राइवर धनीराम यादव शामिल हैं।

आज नक्सल हमले का शिकार बने सभी जवान DRG यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप के थे। DRG में स्थानीय युवाओं को ही रखा जाता है। क्योंकि ये युवा स्थानीय भाषा को बहुत ही अच्छे तरीके से समझते हैं। इलाके की पूरी जानकारी भी इन्हें होती है। डीआरजी में कुछ सरेंडर कर चुके नक्सली भी शामिल हैं। ऐसे युवा फोर्स के लिए काफी मददगार साबित होते हैं। बस्तर क्षेत्र के सभी जिलों में नक्सलियों से मुकाबले के लिए डीआरजी के गठन की शुरुआत 2008 में की गई थी। सबसे पहले कांकेर और नारायणपुर जिले में नक्सल विरोधी अभियान में DRG को शामिल किया गया। 2013 में बीजापुर और बस्तर में इसका गठन हुआ। 2014 में सुकमा और कोंडागांव के बाद 2015 में दंतेवाड़ा में भी यह अस्तित्व में आया।
पीएचक्यू में आपात बैठक, 2 नक्सली पकड़े गए
दंतेवाडा नक्सल हमले के बाद नया रायपुर स्थित पीएचक्यू में आपात बैठक हो रही है। बैठक से पहले आईजी नक्सल ऑपरेशन ओपी पाल ने बताया कि आज नक्सलियों के जमावड़े की सूचना मिली थी। इसके बाद घटनास्थल के लिए सुरक्षा बल रवाना हुए थे। सुबह सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़ भी हुई थी। मुठभेड़ के बाद दो नक्सली पकड़े गए हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं लौटते समय 10 जवान आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए हैं। हम पूरी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। श्री पाल ने बताया कि दो गिरफ्तार नक्सलियों में उनका एक संतरी भी शामिल है।

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