Chhattisgarh News : मेरे राजनीतिक करियर को खत्म करने की हो रही है कोशिश – भूपेश बघेल
Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखी है। पत्र के जरिए उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। भूपेश बघेल के मुताबिक जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर मेरा राजनीतिक करियर खत्म करने कोशिश की जा रही है। पूर्व सीएम ने आगे लिखा है कि मेरे खिलाफ रची जा रही साजिशों की स्वतंत्र जांच के निर्देश दिए जाएं।
सूर्यकांत के मुताबिक एसीबी चीफ ने जेल अधीक्षक के चैंबर में बुलाकर धमकाया और दबाव बनाया कि, सौम्या चौरसिया के जरिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल को पैसा देने की बात कबूल करूं। उसके इस आरोप के बाद भूपेश बघेल सेंट्रल जेल पहुंचे थे और बाहर निकलकर उन्होंने कहा था कि, मैं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखूंगा। CM को भी पत्र लिखकर घटनाक्रम की जानकारी दूंगा।
मेरा नाम लेने का बना रहे दबाव
बघेल ने पत्र में लिखा है IPS मिश्रा ने सूर्यकांत तिवारी से कहा कि कोयला परिवहन के कथित अपराध में मेरी संलिप्तता स्वीकार करें। मुझे लाभार्थी बताते हुए बयान दर्ज करवाएं। जैसा कि तिवारी ने अपने आवेदन में लिखा है। इस दौरान IPS अधिकारी मिश्रा ने उनके साथ अभद्रता भी की और मेरा नाम नहीं लिए जाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। सूर्यकांत तिवारी के अनुसार आईपीएस अधिकारी ने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें (सूर्यकांत तिवारी को) अन्य मामलों में भी आरोपी बना दिया जाएगा, उनके सभी परिजनों को जेल में डाल दिया जाएगा।
मुझे बदनाम करने की हो रही कोशिश- भूपेश
भूपेश बघेल के मुताबिक रायपुर सेंट्रल जेल में सूर्यकांत तिवारी के साथ जो घटना घटी और पहले जो घटनाएं हुईं उन सबका उद्देश्य सिर्फ मुझे बदनाम कर राजनीतिक लाभ उठाने का था। मेरी बदनामी से किसे लाभ पहुंचने वाला था या किसे लाभ पहुंचने वाला है यह किसी से छिपा नहीं है।
पिछले चार साल से मेरे खिलाफ हो रही साजिश
भूपेश बघेल के मुताबिक ईडी ने मुझ पर और मेरे करीबी लोगों पर जिस तरह के गंभीर आरोप लगाने की कोशिश की है। इसके पीछे मुझे एक राजनीतिक षड्यंत्र की बू आ रही है।
जो कुछ घटा और घट रहा है उसका एकमात्र उद्देश्य मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना, मुझे झूठे और दुर्भावनापूर्ण अभियोजन का शिकार बनाना और इन निराधार और अवैध आरोपों के माध्यम से मेरे राजनीतिक करियर को समाप्त करना है। इन गतिविधियों का उद्देश्य और इरादा, ऐसा प्रतीत होता है कि यह मेरे, मेरे परिवार, मेरे राजनीतिक करियर, मेरे समर्थकों, मेरे भविष्य और मेरी व्यक्तिगत स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचाने के लिए है। इन एजेंसियों ने इन झूठे, अवैध और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों का एक मात्र उद्देश्य भी यही नज़र आता है। किसी भी रूप में ये एजेंसियां ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करती दिखती है, जिससे उस पर विश्वास किया जा सके।