देश दुनिया

China ने 1980 में वन चाइल्ड पॉलिसी को लॉन्च किया था. इस योजना के कारण चीन की आबादी में भारी कमी देखने को मिली,UN की रिपोर्ट में दावा, चीन को पछाड़ देगा भारत

संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या डिवीजन की हाल ही मे जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार, भारत अगले तीन महीनों में चीन को पछाड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन सकता है. इससे दोनों देशों पर महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं. रटगर्स यूनिवर्सिटी में साउथ एशियन हिस्ट्री की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ऑड्रे ट्रस्चके ने याहू ने बताया कि, “ज्यादातर लोग सोचते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था में अब भी काफी संभावनाएं हैं क्योंकि ये एक युवा देश है.”

भारत में तेजी से बढ़ रहे 1.41 बिलियन लोगों में से, 4 में से लगभग एक 15 वर्ष से कम आयु का है और लगभग आधे 25 वर्ष से कम के हैं. तुलनात्मक रूप से, चीन की जनसंख्या लगभग 1.45 बिलियन है, लेकिन 25 वर्ष से कम आयु के लोग जनसंख्या का केवल एक चौथाई हिस्सा बनाते हैं.

ट्रस्चके ने कहा, “भारतीय उपमहाद्वीप ने हमेशा एक मजबूत मानव आबादी का समर्थन किया है. भारत की तुलना भी लंबे समय से चीन से की जाती रही है और उन्होंने लंबे समय तक एक दूसरे के साथ व्यापार किया है.” 1950 के बाद से भारत और चीन ने दुनिया की जनसंख्या वृद्धि का अनुमानित 35% हिस्सा लिया है. चीन एक वैश्विक औद्योगिक शक्ति के रूप में उभर रहा है. संयुक्त रूप से दो जनसंख्या अधिकेंद्र दुनिया के लगभग 8 बिलियन लोगों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.

चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी बनी कारगार
इस सबके बावजूद, चीन ने 1980 में वन चाइल्ड पॉलिसी को लॉन्च किया था. इस योजना के कारण चीन की आबादी में भारी कमी देखने को मिली. वहीं हाल के वर्षों में चीन ने महिलाओं को अधिकतम तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति दी. हालांकि, औसत जन्म दर अभी भी 1.2 ही है. आने वाले वर्षों में चीन की आबादी चरम पर होगी और गिरावट का अनुमान है.

भारत और चीन के सामने क्या है परेशानी?
चीन में जनसंख्या वृद्धि फ्लैटलाइनिंग है और सस्ते श्रम की आपूर्ति सूट का पालन कर सकती है. देश के कुछ हिस्सों में भारी बेरोजगारी के बावजूद कुशल शारीरिक श्रम की कमी अधिक स्पष्ट होती जा रही है. दूसरी ओर, भारत और इसकी एक अरब से अधिक लोगों की बढ़ती आबादी कुछ सुस्ती उठा सकती है, लेकिन इसकी विकास दर भी गिर रही है. भारत का औद्योगिक बुनियादी ढांचा चीन की तरह मजबूत नहीं है और अधिकांश जनसंख्या वृद्धि इसके गरीब क्षेत्रों में केंद्रित है.

ख़बर को शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
news36 से जुड़िए
जोहार...आपकी क्या सहायता कर सकते है