नन गिरफ्तारी केस…बजरंगदल कार्यकर्ताओं पर FIR की मांग, युवतियां बोलीं ‘बैड टच किया गया’

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में नन गिरफ्तारी मामले में अब अबूझमाड़ की 3 युवतियों ने बजरंगदल के कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज करने नारायणपुर SP को आवेदन दिया है। इनका आरोप है कि दुर्ग रेलवे स्टेशन पर 100 से 200 लड़कों ने उन्हें घेर लिया था। जातिगत गालियां दी। बैड टच किया। फिर पुलिस स्टेशन लेकर गए। वहां हमें एक कमरे में रखा। पुलिस जवानों को बाहर कर एक कमरे में घुस गए। कमरे के अंदर ज्योति शर्मा और उसके साथ 20 से 25 लड़के थे। कमरे में भी हमें पीटा गया। FIR कराने हम पर जबरदस्ती दबाव बनाया गया। FIR नहीं कराने पर धमकी देने लगे।
नारायणपुर जिले की अबूझमाड़ की रहने वाली हैं तीनों लड़कियां
दरअसल, ये तीनों युवतियां नारायणपुर जिले में अबूझमाड़ के अलग-अलग गांवों की रहने वाली हैं। ये ईसाई धर्म को मानती हैं। कुछ दिन पहले 2 नन के साथ आगरा जा रही थी। इसी बीच दुर्ग रेलवे स्टेशन पर इन्हें रोक लिया गया था। ननों की गिरफ्तारी हुई थी। हालांकि, आज 2 अगस्त को उन्हें बेल मिल गई है।
SP को दिया आवेदन
शनिवार को को ही ये तीनों युवतियां नारायणपुर SP कार्यालय पहुंचीं। इन्होंने लिखित आवेदन देकर SP से FIR की मांग की है। इन तीनों युवतियों में एक की उम्र 21 साल, 2 युवतियों की उम्र 19-19 साल है। इन्होंने कहा है कि दुर्ग में पुलिस ने कोरे कागज पर दस्तखत करवाया।

आरोप- 4 दिन कमरे में बंद रखा
उनका आरोप है कि, उन्हें सखी वन स्टॉप सेंटर भेज दिया था। वहां भी हमें 4 दिनों तक एक कमरे में बंद कर रखा था। न तो किसी से बात करने दिया गया और न ही कमरे से बाहर जाने दिया। इनका कहना है कि वे अपने परिजनों की इजाजत से ही ननों के साथ जा रही थीं। इनके आरोप के बाद हमने नारायणपुर SP रॉबिंसन गोरिया से भी बात करने की कोशिश की। हालांकि, उन्होंने फोन नहीं उठाया।
हम लोग अपनी मर्जी से जा रहे थे आगरा – पीड़िता
वहीं बता दें कि नारायणपुर जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर कुकुडाझोर गांव में रहने वाली कमलेश्वरी प्रधान ने बताया कि हम हमारी मर्जी से मिशन अस्पताल में काम करने के लिए भोपाल जा रही थी. रेलवे स्टेशन में बजरंग दल के लोग पकड़कर ले गए और झूठा मामला बना दिया.
बजरंग दल के लोगों ने जेल भिजवा दिया
उन्होंने ननों को निर्दोष बताते हुए कहा कि बजरंग दल के लोगों के द्वारा दबाव बनाकर नन को जेल भिजवाया गया हैं. दोनों नन और एक सुखमन मंडावी निर्दोष हैं. हम अपनी मर्जी से आगरा होते हुए भोपाल जा रहे थे परिजनों की सहमति से मिशन अस्पताल काम करने जा रहे थे हमारे नाम से झूठा मामला बनाया गया हैं.
NIA कोर्ट ने दो ननों को दी जमानत
आज दुर्ग रेल्वे स्टेशन से ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप में गिरफ्तार की गई दो मलयाली ननों को बिलासपुर NIA कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है. इसके पहले 1 अगस्त 2025 को इस मामले में NIA कोर्ट में सुनवाई हुई थी. यह सुनवाई दोनों ननों की बेल एप्लीकेशन पर हुई थी. जहां कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. इसके बाद आज उन्हें जमानत दी गई है.