Chhattisgarh : प्राकृतिक संसाधनों की लूट के खिलाफ होगा जन कान्वेंशन, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री से मिलेगा किसानों का प्रतिनिधि मंडल, 26 नवम्बर को विभिन्न जिलों में होंगे प्रदर्शन

रायपुर, 16 अक्टूबर 2025 – छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के शंकर नगर स्थित कार्यालय में संयुक्त किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ इकाई की बैठक आयोजित की गई। बैठक में छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा से पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर, नवाब जिलानी, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) से तेजराम विद्रोही, प्रवीन क्रांति, छत्तीसगढ़ किसान महासभा से नरोत्तम शर्मा, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन से आलोक शुक्ला, घनश्याम वर्मा, क्रांतिकारी किसान यूनियन से रमाकांत बंजारे, मजदूर कार्यकर्ता समिति से कल्याण पटेल, सहित प्रेम नारायण वर्मा, मुरारी प्रजापति, भूषण चूरनकर आदि उपस्थित रहे।

बैठक में छत्तीसगढ़ में हो रही प्राकृतिक संसाधनों की लूट, किसानों-मजदूरों की बिगड़ती हालात पर गंभीर चर्चा की गई। हसदेव, तमनार क्षेत्र सहित बस्तर में जारी संसाधनों की लूट और उस पर हो रहे राजकीय दमन पर चिंता व्यक्त की गई। साथ ही बढ़ती बिजली बिल, अतिवृष्टि से फसल नुकसान, फसल बीमा में इकाई को किसान की खेत मानने, किसानों की बकाया राशि की अदायगी, धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹3286 निर्धारित करने, सहकारी समितियों में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों को प्लेसमेंट एजेंसी से अलग करने जैसे मुद्दों पर विस्तार से विचार किया गया और आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई।
बैठक में निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए —
- 6 से 10 नवम्बर के बीच मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल से संयुक्त किसान मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा। इस दौरान किसानों-मजदूरों-आम जनता की समस्याओं पर मांगपत्र सौंपा जाएगा।
- 7 से 10 दिसम्बर को रायपुर में जन संघर्षों का राज्यस्तरीय कान्वेंशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा का राष्ट्रीय नेतृत्व भी आमंत्रित रहेगा।
- आगामी धान खरीदी की प्रक्रिया पर संयुक्त किसान मोर्चा प्रमुखता से निगरानी रखेगा।
- संयुक्त किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ इकाई को सुचारु संचालन हेतु तेजराम विद्रोही, जनकलाल ठाकुर एवं आलोक शुक्ला की तीन सदस्यीय समन्वयक समिति गठित की गई।
- किसान आंदोलन के 5 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 26 नवम्बर को छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन एवं रैलियाँ आयोजित की जाएंगी।