छत्तीसगढ़ में 14 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार, भाजपा सरकार का ये है प्लान, सदन में हुई घोषणा

छत्तीसगढ़ में बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है, सरकार ने विधानसभा में एक साथ 14 हजार से ज्यादा नौकरियां देने की तैयारी का ऐलान किया है। शीतकालीन सत्र के दौरान मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने बताया कि जल्द ही राज्य स्तरीय रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा, जहां युवाओं को उनके हुनर के मुताबिक जॉब का मौका मिलेगा।
14 हजार से ज्यादा नौकरी
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन रोजगार के मुद्दे पर सरकार ने बड़ा ऐलान किया। कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग के प्रभारी मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने सदन में कहा कि सरकार एक साथ 14 हजार से अधिक युवाओं को नौकरी देने जा रही है। मंत्री के मुताबिक इन भर्तियों के लिए जल्द ही राज्य स्तरीय मेगा रोजगार मेला आयोजित होगा, जिसमें विभिन्न सेक्टर की निजी और सरकारी संस्थाएं भाग लेंगी।
कितने हैं पंजीकृत बेरोजगार?
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने बेरोजगारी और बेरोजगारी भत्ते को लेकर सवाल खड़ा किया। जवाब में मंत्री ने बताया कि 1 अप्रैल 2024 तक रोजगार कार्यालयों में 11,39,656 बेरोजगार पंजीकृत थे और वर्तमान में यह संख्या लगभग 15 लाख के आसपास पहुंच गई है। सरकार का कहना है कि इन पंजीकृत अभ्यर्थियों को रोजगार मेले, प्लेसमेंट कैंप और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के माध्यम से अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
रोजगार मेला : कहां और कैसे मिलेगा मौका
मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने जानकारी दी कि जल्द होने वाले राज्य स्तरीय रोजगार मेले में युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर नौकरी दी जाएगी। इस मेले में इंजीनियरिंग, हेल्थ, सर्विस सेक्टर, इंडस्ट्री और अन्य क्षेत्रों की कंपनियों को बुलाने की तैयारी चल रही है, ताकि एक ही प्लेटफॉर्म पर अधिकतम नियुक्तियां हो सकें। सरकार का लक्ष्य है कि रजिस्टर्ड बेरोजगारों का बड़ा हिस्सा सीधे कैंपस और ऑफ-कैंपस प्लेसमेंट के जरिए नौकरी से जोड़ा जा सके।
बेरोजगारी भत्ता पर हंगामा और वॉकआउट
सदन में चर्चा के दौरान मुद्दा केवल नौकरी तक सीमित नहीं रहा, बेरोजगारी भत्ता भी बड़ा राजनीतिक सवाल बन गया। कांग्रेस विधायक उमेश पटेल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूछा कि जब सरकार ने बेरोजगारी भत्ता योजना बंद नहीं होने की जानकारी विधानसभा में दी है, तो फिर युवाओं को भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा। भूपेश बघेल ने इसे युवाओं के साथ “धोखा” करार दिया, जबकि मंत्री का जवाब था कि सरकार का फोकस युवाओं को सीधे सक्षम और आत्मनिर्भर बनाकर रोजगार से जोड़ने पर है, जिस पर असंतुष्ट विपक्ष ने नारेबाजी के बीच वॉकआउट कर दिया।
सरकार की घोषणा से साफ है कि आने वाले महीनों में छत्तीसगढ़ में बड़े स्तर पर भर्ती और प्लेसमेंट गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। पंजीकृत बेरोजगारों के लिए यह मौका अहम माना जा रहा है, क्योंकि एक ही मंच पर हजारों रिक्तियों तक पहुंच और ऑन-द-स्पॉट सिलेक्शन की संभावना बढ़ जाएगी। विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसे मेगा रोजगार मेले उन युवाओं के लिए भी फायदेमंद रहते हैं जो प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर में विकल्प तलाश रहे हैं






