पिछले कुछ दिनों से चुनावी मोड में PM मोदी! 20 दिनों में इन चार राज्यों में कर चुके हैं दर्जनभर सभाएं
नेशनल डेस्क। भारत में पिछले महीने संपन्न हुए G20 समिट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी मोड में आ चुके हैं। पीएम मोदी ने चार चुनावी राज्यों में अब तक करीब एक दर्जन जनसभाएं की हैं। इसके अलावा उन्होंने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना को कई सौगातें दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश और राजस्थान का दौरा किया था। वहीं, आज यानी मंगलवार को छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के दौरे पर हैं।
इन पांच राज्यों में होने वाले है चुनाव
बता दें कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना, मिजोरम में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। इन पांच राज्यों में से दो राज्यों (राजस्थान और छत्तीसगढ़) में कांग्रेस की सरकार है, जबकि तेलंगाना में क्षेत्रीय दल बीआरएस और उत्तर पूर्व राज्य मिजोरम में स्थानीय पार्टी की सरकार है। वहीं मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है।
बीजेपी ने अब तक इतने उम्मीदवारों के नाम का किया ऐलान
इन सभी राज्यों में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव मैदान में हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा ने अब तक करीब 80 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी करीब 10 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। इस रविवार नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ और राजस्थान के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई थी। माना जा रहा है कि जल्द ही भाजपा राजस्थान में अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है।
पीएम मोदी की जनसभाएं उन सीटों पर अधिक हो रही है, जहां पिछले विधानसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में करीब 19 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी थी। ग्वालियर क्षेत्र में पिछले चुनाव में भाजपा को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था।
ग्वालियर, चंबल और मालवा क्षेत्र में भाजपा की हालत बेहद खराब है। हालिया एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। ग्वालियर और चंबल इलाके में 34 सीटें आती हैं। इनमें से 4-8 सीटों पर ही भाजपा को बढ़ दिखाई गई है, जबकि कांग्रेस को 26-30 मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, मालवा क्षेत्र में 66 सीटें आती हैं। यहां कांग्रेस को 41-45 सीटें, जबकि भाजपा को 20-24 ही मिलने का अनुमान है।
सर्वे में बताया गया है कि मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला है। भाजपा को 42.80 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। वहीं कांग्रेस को 43.80 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी और कमलनाथ राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।