CG Assembly Monsoon Session : बलौदाबाजार में जो हिंसा की घटना हुई. विष्णु के सुशासन की कलई खुल गई – भूपेश बघेल
CG Assembly Monsoon Session : भूपेश बघेल ने कहा स्थगन की सूचना हमने दिया है बलौदाबाजार में जो हिंसा की घटना हुई. विष्णु के सुशासन की कलई खुल गई अजय चंद्राकर ने व्यवस्था का प्रश्न पूछते हुए कहा बलौदा बाजार की जिस घटना पर यह स्थगन ला रहे हैं. मैने एकप्रश्न पूछा था तत्कालीन मंत्री अमरजीत भगत का एक प्रश्न पूछा लेकिन मुझे अदालत में कार्यवाही की बात पर सवाल नहीं करने दिया गया, नियम में लिखा है कि प्रस्ताव किसी ऐसे विषय में नहीं होगा जो न्यायालय में चलित है.. क्या स्थगन से ये प्रक्रिया प्रभावित होगी क्या..? भूपेश बघेल ने कहा अजय बहुत विद्वान सदस्य है लेकिन हमे इसकी अनुमति है.. चरणदास ने कहा जब सरकार अपने कर्तव्यों को पूरा करने में असमर्थ हो तो इस बात को लेकर स्थगन में चर्चा हो सकती हैं.. विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने अजय चंद्राकर की आपत्ति को अमान्य बताया.
विधानसभा में उठा बलौदा बाजार हिंसा मामला
विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग विधानसभा में चर्चा की मांग को लेकर पक्ष विपक्ष आमने सामने न्यायिक आयोग की जांच का हवाला देकर चर्चा न करने की रखी सदन में मांग न्यायिक आयोग को न्याय प्रक्रिया के अधीन है की नही ? स्थगन स्वीकार करने योग्य नही है : अजय चंद्राकर विधानसभा अध्यक्ष ने दी व्यवस्था अभी मै विषय की ग्रह्यता पर सदस्यों के विचार सुन रहा हूं इसलिए की आपत्ति खारिज की जाती है अजय चंद्राकर की आपत्ति की गई खारिज भूपेश बघेल ने कहा हमारा स्थगन कलेक्टर कार्यालय जलाने को लेकर है… आंदोलन में घटना में जो आगजनी और तोड़फोड़ हुई… उसको लेकर स्थगन दिया गया है.अजय चंद्राकर ने कहा घटना के पूर्व घटना के दौरान ओर उपरांत जो भी उससे संबंधित विषय हो वह भी जांच के विषय हैं..यह नियम जो मैने पढ़ कर बताया उसके अनुरूप न्यायिक प्रक्रिया चलने के दौरान सदन में चर्चा नहीं हो सकती
बलौदाबाज़ार मामले को लेकर गरमाया सदन आसंदी ने दी व्यवस्था
सभी सदस्यों की बात सुनी जा रही है अभी ग्राह्यता पर चर्चा हो रही है, स्वीकार नहीं किया गया है, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शुरुआत करने पर फिर गरमाया सदन सदस्य धरमलाल कौशिक ने जताई आपत्ति विपक्षी सदस्यों ने किया हंगामा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा समाज में असंतोष है समाज द्वारा कई बार सरकार को आवेदन दिये गए, जाँच कराने की माँग की गई लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की बलौदाबाजार में घटना के दिन एक दिन पहले से लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया था सोशल मीडिया पर तमाम भड़काऊ पोस्ट जारी किए गए घटना के दिन भीड़ बढ़ती गई लेकिन कोई भी व्यवस्था नहीं की गई क़ानून व्यवस्था और सरकार की कार्यप्रणाली पर खड़े किये सवाल ज़िला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठाये सवाल जैतख़ाम्भ के काटने से लेकर आगजनी की घटना को बताया षड्यंत्र